पढ़िए- लव मैरिज करने के बावजूद रोहित के साथ क्यों खुश नहीं थी अपूर्वा


रोहित तिवारी हत्याकांड (Rohit Shekhar Tiwari Murder Case) में पत्नी अपूर्वा शुक्ला की गिरफ्तारी के बाद इसके कारण हैरान करने वाले हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, मैट्रिमोनियल साइट के जरिये मुलाकात के बाद हुई लव मैरिज और फिर रोहित की संपत्ति के सच ने पत्नी अपूर्वा शुक्ला को हिलाकर रख दिया था, क्योंकि रोहित के नाम पर संपत्ति नहीं के बराबर थी। वह इस बात से भी दुखी थी कि अरबों की संपत्ति वाले परिवार से जुड़े रोहित शेखर के नाम पर कोई संपत्ति ही नहीं थी। 


बताया जा रहा है कि क्राइम ब्रांच को जांच की शुरुआत के दिन से ही रोहित की मौत में पत्नी अपूर्वा 


पर शक था। आरोप है कि अपूर्वा ने जब रोहित शेखर का गला दबाया उस समय वह नशे में था। बुधवार को हुई गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने एक चुनौती यह भी होगी कि वह कोर्ट में किन सबूतों के आधार पर चार्जशीट पेश करेगी। रोहित की मां से स्पष्ट हो चुका था कि अपूर्वा और रोहित के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे। अक्सर दोनों में झगड़ा होता था। रोहित की पिछले साल अपूर्वा से शादी हुई थी। वह पेशे से वकील हैं और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करती हैं। 


 


शादी से नाखुश थी अपूर्वा


रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा के मुताबिक, रोहित और अपूर्वा की लव मैरिज थी और मैट्रिमोनियल 


साइट के जरिये एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। हत्या की पड़ताल कर रही क्राइम ब्रांच का कहना है कि अपूर्वा कई वजहों से रोहित के साथ शादी करके खुश नहीं थी। सूत्रों के मुताबिक, अपूर्वा की नजर रोहित की दौलत पर थी, लेकिन शादी के बाद उसे पता चला कि रोहित के नाम पर कुछ भी नहीं है। वहीं, शादी के बाद अपूर्वा इस बात से भी परेशान रहने लगी थी कि रोहित नशे का आदी था। इसके साथ ही वह नींद की दवाइयां भी लेता था। अपूर्वा इस बात से और परेशान थी कि रोहित हृदय रोगी (Heart Patient) था और दो बार उसे हार्ट अटैक आ चुका था।


 


घटना वाली रात को रात को अपूर्वा ने विवाद के दौरान रोहित की गला दबाकर हत्या कर दी। तीन दिन तक चली गहन पूछताछ के बाद पुलिस ने बुधवार को सुबह उसे गिरफ्तार कर लिया। इससे 


पहले रविवार को पूछताछ के सिलसिले में क्राइम ब्रांच अपूर्वा, एक महिला घरेलू सहायिका और एक पुरुष घरेलू सहायक को एक अज्ञात स्थान पर ले गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने 18 अप्रैल को ही अपूर्वा के खिलाफ सेक्शन-302 के तहत मुकदमा दर्ज किया था।


दरअसल, पीएम रिपोर्ट में अप्राकृतिक मौत का खुलासा हुआ था, इसमें पाया गया था कि गला दबाने से रोहित की मौत हुई है। इसके बाद मामला क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया था। इसके बाद जांच की कड़ी में सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब (Central Forensic Science Laboratory) की टीम रोहित के डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास पर पहुंची और यहां पर वारदात का पूरा सीन रिक्रिएट किया और यहां पर सूबत जुटाए।  सीसीटीवी फुटेज से भी पता चला कि रोहित 15 अप्रैल की रात को नशे की हालत में आए और अपने कमरे में जाकर सो गए। जांच के दौरान टीम ने पाया कि घर में सात 


सीसीटीवी कैमरे लगे थे, लेकिन दो काम नहीं कर रहे थे। बता दें कि अपूर्वा दिल्ली में वकील हैं और मूल रूप से इंदौर की रहने वाली हैं, साथ ही उसके पिता के वहां के नामी वकील हैं।


 


पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि रोहित की मौत 15-16 अप्रैल की रात हुई थी। एम्स में 5 डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमॉर्टम किया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला था कि मौत गला दबाने से हुई।  हालांकि, नौकर भोला और ड्राइवर से लंबी पूछताछ हुई थी, लेकिन शुरू से शक रोहित की पत्नी पर था, क्योंकि वह सवालों के जवाब ठीक से नहीं दे रही थी।